Not known Details About सोयाबीन के तेल के फायदे
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शरीर का वजन बढ़ाने में सोयाबीन काफी मदद करता है
खाना पकाने के लिए परिष्कृत तेलों का उपयोग करना आपके शरीर में 'खराब' अनसैचुरेटेड फैट के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे रक्त में 'खराब' कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन) जमा हो जाता है।
दूसरी ओर खाद्य तेल के दाम में मामूली वृद्धि से भी परेशानी बढ़ जाती है, जबकि प्रति व्यक्ति दूध खपत मात्रा की तुलना में खाद्य तेल की खपत बेहद मामूली है। खाद्य तेल के मुकाबले दूध एवं दुग्ध उत्पादों की खपत कहीं छह-सात गुना ज्यादा है।
जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या हो या बॉडी फूलने वाला थायराइड हो तो सोयाबीन का सेवन करने से बचना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए भी सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक रिसर्च पेपर में बताया गया है कि सोयाबीन तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद कर सकता है।
यह लिवर की सूजन या फैटी लिवर की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके नियमित सेवन से लिवर की कार्य क्षमता बढ़ने के साथ साथ पाचन क्रिया मजबूत होती है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है और शरीर स्वस्थ व निरोगी रहता है।
सोयाबीन की खेती अधिक हल्कीरेतीली व here हल्की भूमि को छोड्कर सभी प्रकार की भूमि में सफलतापूर्वक की जा सकती है परन्तु पानी के निकास वाली चिकनी दोमट भूमि सोयाबीन के लिए अधिक उपयुक्त होती है। जहां भी खेत में पानी रूकता हो वहां सोयाबीन ना लें।
हां, सोयाबीन तेल त्वचा में अवशोषित हो सकता है।
स्वस्थ हड्डिया हमे कई रोगो से भी बचती हैं
उच्च फैट वाले तेल में गहरे तलने की प्रक्रिया
कैस्टर ऑयल पैक स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को संतुलित रखता है। फील-गुड हार्मोन को बढ़ावा देता है। शरीर की सफाई तंत्र और हाई एंटीऑक्सीडेंट को रीसेट करता है।
इसमे मांस, और दूध से भी अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है
ऐसा माना जाता है कि दक्षिण-पूर्वी एशिया खासतौर से चीन से सोयाबीन का प्रचलन शुरु हुआ था। इसके बाद ये जापान और फिर विश्व के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय हो गया। वर्तमान समय में विश्वभर में सोयाबीन की खेती की जाती है। विश्व स्तर पर संयुक्त राज्य सोयाबीन का उत्पादन करने में पहले स्थान पर है। इसके बाद ब्राजील, अर्जेंटीना और चीन का नाम आता है। भारत के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान राज्य में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन किया जाता है।
गर्भावस्ता के दौरान उत्तम स्वास्थ्य के लिए गुणकारी है